Ramvilas Sharma
रामविलास शर्मा (1912)
साहित्यिक परिचय :- रामविलास
शर्मा की प्रमुख
कृतियाँ हैं : भारतेंदु और
उनका युग, महावीर
प्रसाद द्विवेदी और हिंदी नवजागरण,
प्रेमचंद और उनका
युग, निराला की
साहित्य साधना (साहित्य साधना), भारत के
प्राचीन भाषा परिवार
और हिंदी (तीन
खंड), भाषा और
समाज, भारत में
अंग्रेजी राज और
मार्क्सवाद, इतिहास दर्शन, भारतीय
संस्कृति और हिंदी
प्रदेश, गांधी, अंबेडकर, लोहिया और भारतीय
इतिहास की समस्याएँ,
बुद्ध वैराग्य और
प्रारंभिक कविताएँ, सदियों
के सोए
जाग उठे (कविता),
पाप के पुजारी (नाटक), चार
दिन (उपन्यास) और अपनी
धरती अपने
लोग (आत्मकथा)।
पुरस्कार :- रामविलास शर्मा को
साहित्य अकादमी, व्यास सम्मान,
श्लाका सम्मान आदि से
सम्मानित किया गया। इन्होंने
पुरस्कारस्वरूप मिली राशि
साक्षरता प्रसार हेतु दान
कर दी।
पाठ
के बारे में
:- कई मुहावरों, लोकोक्तियों,
देशज शब्दों और
अन्य रचनाकारों की
रचनाओं के उद्धरणों
से ली गई
सूक्तियों तथा पंक्तियों
से ओत-प्रोत
इस पाठ में
लेखक ने धूल
की महिमा और
माहात्म्य, उपलब्धता और उपयोगिता
का बखान किया
है। अपनी किशोर
और युवावस्था में
पहलवानी के शौकीन
रहे डॉ. शर्मा
अपने इस पाठ
के बहाने पाठकों
को अखाड़ों, गाँवों
और शहरों के
जीवन-जगत की
भी सैर कराते
हैं। साथ ही
धूल के नन्हें
कणों के वर्णन
से देश-प्रेम
तक का पाठ
पढ़ाने से नहीं
चूकते। इस पाठ
को पढ़ने के
बाद पाठक ‘धूल’
को यूँ ही
धूल में न
उड़ा सकेगा।
अध्याय : धूल
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आभार: एनसीइआरटी (NCERT) Sparsh Part-2 for Class 10 CBSE
अध्याय : धूल