चित्र वर्णन

CHITRA VARNANA 
* ध्यान में रखने योग्य बातें *

• आप अखबारों में चित्र देखते हैं। वह किसी प्रसंग से जुड़ा होता है और उसके बारे में बताया गया होता है। आपको भी चित्र देखकर उसके बारे में बताना होता है।

• चित्र को अच्छी तरह से देखकर समझना चाहिए कि

- वह किसके बारे में है।
- उससे क्या जानकारी मिलती है।
- उसका महत्व क्या है।

•  चित्र के वर्णन की भाषा सरल तथा वाक्य स्पष्ट एवं छोटे होने चाहिए।

•  यदि चित्र के साथ शब्द भी दे रखें हों तो अपने वर्णन में उन शब्दों के माध्यम से प्रकट होनेवाला मूलभाव परिवर्तित नहीं किया जाना चाहिए।

• चित्र में स्थित एक ही भाव अथवा विचार को आगे बढ़ाना चाहिए।

•  चित्र का केन्द्रीय भाव प्रारंभ अथवा अंत में अवश्य लिखना चाहिए।


उदाहरणतः -

  
चित्र-वर्णन

  उपरोक्त चित्र को देखकर इस प्रकार उसके बारे में लिखा जा सकता है -


इस चित्र में खड़ा दिख रहा एकमात्र पेड़ बताता है कि हमारे जीवनदाता वृक्ष काटे ज्यादा जा रहे हैं और लगाए कम।  वृक्ष जो प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने का कार्य करते हैं यदि समाप्त होंगे तो एक दिन इस धरती से सभी जीवधारी भी समाप्त हो जायेंगे। अतः हमें वृक्ष लगाने चाहिए और उन्हें काटना बंद करना चाहिए।



या फिर इस प्रकार भी चित्र का वर्णन कर सकते हैं -


पर्यावरण परिवर्तन के कारण आने वाले विनाश के गवाह के रूप में खड़ा यह एकमात्र पेड़ मनुष्य के लालच और प्रकृति के विनाश को बता रहा है। यदि मनुष्य प्रकृति के साथ यों ही छेड़छाड़ करता रहा तो एक दिन यह धरती वृक्षों से ही नहीं जीवन से भी हीन हो जाएगी। आवश्यकता है पेड़ों का संरक्षण किए जाने की।


(समाप्त)