प्रत्यय

PRATYAY (suffix)


शब्दों के निर्माण में प्रत्यय का भी बहुत महत्व है। वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में लगकर उसके अर्थ में परिवर्तन ले आते हैं वे प्रत्यय कहे जाते हैं। अंगेज़ी में इन्हें SUFFIX कहा जाता है।

जैसे- एक मूल शब्द लेते हैं गाय ।
     इसके अंत में ’ लगाया जाता है तो गायक’ शब्द बन जाता है।
          यदि इका’ लगाया जाता है तब गायिका’ बन जाता है
         और यदि ’ लगाते हैं तो गायन’ बन जाता है।   

विशेष:- भाषा में धातु’ का अर्थ  मूल’ शब्द से लिया जाता है। जैसे लिख् एक धातु शब्द है। इससे   जुड़कर बने बहुत से नए शब्द देखने को मिलते हैं। जैसे - लिखनालिखाईलिखावटलिखित आदि। इन उदाहरणों में लिख् शब्द ‘‘धातु’’ यानि ‘ROOT WORD’ है।

 प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं-  1. कृत प्रत्यय     
                         2तद्धित प्रत्यय।


1.  कृत प्रत्यय

जो प्रत्यय धातु या क्रिया के अंत में जुड़कर नया शब्द बनाते हैं  हैं वे 'कृत प्रत्यय' कहलाते हैं। कृत प्रत्यय के योग से बने शब्दों को (कृत+अंतकृदंत कहते हैं।  जैसे-

वाला :-  पढ़नेवाला, लिखनेवालारखवाला आदि।
आऊ :-  बिकाऊ, टिकाऊ, चलाऊ आदि।
आका:-  लड़ाका, धड़ाका, धमाका आदि।
आलू :-  दयालु, कृपालु आदि।
एरा :-  लुटेरा, सपेरा आदि।
ऐया :-  गवैया, रखैया, लुटैया आदि।
हारा :-  राखनहारा, खेवनहारा, पालनहारा आदि।
आड़ी :- अनाड़ी, खिलाड़ी, अगाड़ी
ऊ :-   उड़ाऊ, कमाऊ, खाऊ
इया :-  बढ़िया, घटिया, लुटिया आदि।
अक :- धावक, सहायक, पालक आदि।
आ :-  भटका, भूला, झूला आदि।
न :-   बेलन, झाड़न, बंधन आदि।
अन :- चलन, मनन, मिलन आदि।
आवा :- भुलावा,छलावा, दिखावा आदि।
आई :- कमाई, चढ़ाई, लड़ाई आदि।
आहट :- घबराहट,चिल्लाहट, बुलाहट, कुलबुलाहट, सुगबुगाहट आदि।
औती :- मनौती, फिरौती, चुनौती आदि।
अंत :-  भिड़ंत, गढ़ंत, दिगन्त आदि।
आवट :- सजावट, बनावट, रुकावट आदि।
ता :-   डूबता, बहता, रमता, चलता आदि।
या :-   खोया, बोया, सोया, रोया आदि।
कर :-  जाकर, देखकर, बैठकर, सोकर आदि।
आ :-  सूखा, भूला, बैठा, ऐंठा, झुका आदि।
ना :-  दौड़ना, सोना, मिलना, बुलाना, घबराना आदि।


2 तद्धित प्रत्यय

जो प्रत्यय संज्ञासर्वनाम अथवा विशेषण के अंत में लगकर न, शब्द बनाते हैं, तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं। इनके योग से बने शब्दों को तद्धितांत’ अथवा तद्धित शब्द कहते हैं। जैसे 

क :-   पाठक, लेखक, लिपिक आदि।
कार :-  पत्रकार, कलाकार, चित्रकार आदि।
एरा :-   सपेरा, ठठेरा, चितेरा आदि।
वाला :- टोपीवाला, घरवाला, गाड़ीवाला आदि।
हारा :-  लकड़हारा, पनिहारा, मनिहारा आदि।
गर :-   कारीगर, बाजीगर, जादूगर आदि।
आर :-  सुनार, लुहार, कहार आदि।
इया :-  दुखिया, आढ़तिया आदि।
आ :-   मछुआ, गेरुआ, ठलुआ आदि।
दार :-  ईमानदार, दुकानदार, कर्जदार आदि।
ची :-   मशालची, खजानची आदि।
पन :-  बचपन, लड़कपन, बालपन आदि।
आई:-  भलाई, बुराई, ढिठाई आदि।
इमा :- लालिमा, महिमा, अरुणिमा आदि।
ई :-   गरमी, सरदी,गरीबी आदि।
आ :-  बुलावा, सर्राफा आदि।
आहट :- चिकनाहट, कड़वाहट, घबराहट आदि।
पा :-   बुढ़ापा, मोटापा आदि।
आल :- ससुराल, ननिहाल आदि।
जा :-   भानजा, भतीजा आदि।
एरा :-  ममेरा,चचेरा, फुफेरा आदि।
इक :-  नैतिक, धार्मिक, आर्थिक आदि।
इया :-  लुटिया, डिबिया, खटिया आदि।
ई :-   कोठरी, टोकनी, ढोलकी आदि।
ड़ी, ड़ा :- पगड़ी, टुकड़ी, बछड़ा आदि।
हरा :-  इकहरा, दुहरा, तिहरा सुनहरा, रुपहरा आदि।
आ :-   भूखा, प्यासा, ठंडा, मीठा आदि।
ईय:-    वांछनीय, अनुकरणीय आदि।
ई :-    धनी, लोभी, क्रोधी आदि।
ईला :-  रंगीला, सजीला, गर्वीला आदि।
लु :-   कृपालु, दयालु आदि।
वान :- गुणवान, धनवान आदि।
ई :-   पंजाबी, बंगाली, गुजराती आदि।