KI AUR KEE KA PRAYOG
‘की’ का प्रयोग
1. संज्ञा या सर्वनाम शब्द के बाद आने वाले अन्य संज्ञा शब्द के बीच ‘की’ का प्रयोग होता है। यह दोनों शब्दों को जोड़ने और उनके बीच सम्बन्ध स्थापित करने का कार्य करता है।
जैसे:
(अ) ताले की चाबी खो गई ।
(यहाँ 'ताले' और 'चाबी' दोनों संज्ञा शब्द हैं।)
(ब) उसकी किताब मेज पर रखी है।
(यहाँ 'उस' सर्वनाम और 'मेज' संज्ञा शब्द है जिसे ‘की’ द्वारा जोड़ा गया है।)
2. ‘की’ के बाद स्त्रीलिंग शब्द आता है। ऊपर दिए गए उदाहरणों में चाबी और किताब दोनों स्त्रीलिंग शब्द है।
‘की’ का प्रयोग
‘कि’ का प्रयोग
1. ‘कि’ एक संयोजक (जोड़ने वाला) शब्द है जो मुख्य वाक्य को आश्रित वाक्य के साथ जोड़ने का कार्य करता है।
2. यह पहले वाक्य के अंत में और दूसरे वाक्य के प्रारंभ में लगता है।
जैसे - शिक्षक ने कहा कि एक कविता सुनाओ।
3. ‘कि’ का प्रयोग विभाजन के लिए ‘या’ के स्थान पर भी होता है।
जैसे - तुम डाक-टिकिट संग्रह करते हो कि सिक्के।
4. ‘कि’ का प्रयोग क्रिया (Verb) के बाद ही होता है। जैसे ऊपर दिए गए उदाहरणों में क्रिया ‘कहा’ और ‘करते हो’ के बाद है।
‘कि’ का प्रयोग