पदबंध

PADBANDH

एक से अधिक पदों का समूह जो एक व्याकरणिक रूप  को अभिव्यक्त करता है, पदबंध कहलाता है
जैसे - चार दिन से भूखा राम खाना खाता है

पदबंधों के भेद


कोई पदबंध संज्ञा , सर्वनाम , क्रिया , विशेषण और क्रिया विशेषण में से जिस भी शब्द रूप की भूमिका निभाता है , वही उसका भेद होता है

उदाहरण -

(1) संज्ञा पदबंध
युद्ध में लड़ने वाला सिपाही शहीद हो गया
रथ के चारों पुत्र वी थे
कुँए पर गाँव की लड़कियाँ पानी भरने जा रही हैं
वह बिहार की राजधानी पटना में रहता है
आजकल बाजार में बहुत स्वादिष्ट मीठे सेब रहे हैं
                ( सभी पदबंध संज्ञा शब्दों पर समाप्त हो रहे हैं )

(2) सर्वनाम पदबंध

अमेरिका से आए मेहमानों में से कुछ संस्कृत जानते हैं
जो बच्चा कल आया था, वह दसवीं कक्षा में पढ़ता है
हमारी लड़ाई में बीच में बोलने वाले आप कौन हैं ?
तकदीर का मारा मैं कहाँ फँस गया ?
आपके मित्रों में से कोई समय पर नहीं पहुँचा
            ( सभी पदबंध सर्वनाम शब्दों पर समाप्त हो रहे हैं )

(3) विशेषण पदबंध

युद्ध में लड़ने वाला सिपाही शहीद हो गया
आजकल बाजार में बहुत स्वादिष्ट मीठे सेब रहे हैं
हमारी लड़ाई में बीच में बोलने वाले आप कौन हैं ?
घर से भागा हुआ लड़का मिल गया
सस्ता खरीदा हुआ कपड़ा अधिक नहीं चलता
             ( संज्ञा या सर्वनाम छोड़ दिए गए हैं )

(4) क्रिया पदबंध

नाव पानी में डूबती चली गई
पत्थर लुढ़कते चले जा रहे थे
पिताजी कल भोपाल से गए थे
मैंने राधा को पत्र लिख दिया है
बच्चे जल्दी सो जाया करते हैं
             ( सामान्यतः वाक्य के अंत में , क्रिया )

(5) क्रियाविशेषण पदबंध

वह बहुत धीरे-धीरे चलता है
आप आराम से बैठकर बातें कीजिए
मैं कल शाम चार बजे तक पहुँचूँगा
उसका घर अलवर गेट के पास है
आज मैंने पेट भरकर खाना खाया
   ( क्रिया कैसे , कब , कहाँ और कितनी हो रही है , बतानेवाले पदबंध)

- यदि वह शब्द संबंधबोधक है तो बताना होगा -
1. संबंधबोधक
2. किन पदों का संबंध बता रहा है

- यदि वह शब्द समुच्चयबोधक है तो बताना होगा -
1.  समुच्चयबोधक
2.  किन पदों का संबंध बता रहा है।

- यदि वह शब्द विस्मयादिबोधक है तो बताना होगा
1.  विस्मयादिबोधक
2.  किस भाव को प्रकट कर रहा है