Prashnottar :
Raheem
प्रश्न-अभ्यास
1. निम्नलिखित प्रश्नों के
उत्तर दीजिए-
(क) प्रेम का धागा टूटने
पर पहले की भाँति क्यों नहीं हो पाता?
(ख) हमें अपना दु:ख
दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका
व्यवहार कैसा हो जाता है?
(ग) रहीम ने सागर की
अपेक्षा पंक जल को धन्य क्यों कहा है?
(घ) एक को साधने से सब
कैसे सध जाता है?
(ङ) जलहीन कमल की रक्षा
सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता?
(च) अवध नरेश को चित्रकूट
क्यों जाना पड़ा?
(छ) 'नट' किस कला में
सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है?
(ज) 'मोती, मानुष, चून'
के संदर्भ में पानी के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
2. निम्नलिखित का भाव
स्पष्ट कीजिए-
(क) टूटे से फिर ना मिले,
मिले गाँठ परि जाय।
(ख) सुनि अठिलैहैं लोग
सब, बाँट न लैहैं कोय।
(ग) रहिमन मूलहिं
सींचिबी, फूलै फलै अघाय।
(घ) दीरघ दोहा अरथ के आखर
थोरे आहि।
(ङ) नाद रीझि तन देत मृग,
नर धन हेत समेत।
(च) जहाँ काम आवे सुई,
कहा करे तरवारि।
(छ) पानी गए न ऊबरे,
मोती, मानुष, चून।
3. निम्नलिखित भाव को पाठ
में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है-
(क) जिस पर विपदा पड़ती
है वही इस देश में आता है।
(ख) कोई लाख कोशिश करे पर
बिगड़ी बात फिर बन नहीं सकती।
(ग) पानी के बिना सब सूना
है अत: पानी अवश्य रखना चाहिए।